नोयडा: रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोपित में नोयडा के कोतवाली सेक्टर -24 पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के डाक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
जागरण रिपोर्ट के मुताबिक आरोपितों के पास से तीन इंजेक्शन, तीन मोबाइल और ब्रेजा कार बरामद की गई है। आरोपित डॉ.निशरत इमाम जरूरतमंदों के नाम पर अस्पताल और ठीक हो चुके संक्रमितों के पास बचे इंजेक्शन को एकत्र करके आरोपित हमजा और मुजीबुर्ररहमान के साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों को 35 हजार रुपये में बेचता था।
अब तक आरोपितों ने करीब 12 लोगों को इंजेक्शन बेचे हैं। क्राइम ब्रांच के डीसीपी अभिषेक ने बताया कि सूचना के आधार पर थाना सेक्टर -24 पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में तीनों आरोपितों को तीन इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों में से डॉ. निशरत इमाम दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में डाक्टर है। वह दिल्ली के पटपड़गंज के मिलन विहार अपार्टमेंट में रहता है। मूलरूप से वह बिहार के आरा जिले का रहने वाला है।
वहीं हमजा और मुजीबुर्ररहमान गाजियाबाद के साहिबाबाद की पौर कालोनी के रहने वाले हैं। आरोपितों में एक मनी ट्रांसफर की दुकान चलाता है और दूसरा नोएडा की फार्मेसी में काम करता है। दोनों आरोपितों की मुलाकात डॉ. निशरत इमाम से उस समय हुई थी, जब वह अपने एक परिचित के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की तलाश कर रहे थे।
डॉ. निशरत इमाम ऐसे संक्रमितों के संपर्क में रहता था, जो संक्रमण से ठीक हो चुके हैं और अब उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत नहीं थी। उनसे डॉ.निशरत बाजार दर पर इंजेक्शन खरीदता था और फिर उसकी कालाबाजारी करता था। तीनों ने बताया कि अब तक वे 12 लोगों इंजेक्शन बेच चुके हैं।