मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर (Mirzapur) जिले के विंध्याचल (Vindhyachal) में बुधवार को मारपीट की सूचना पर दरोगा पहुंचे। पुरोहितों ने आरोप लगाया है कि दरोगा जूता पहन कर कालीखोह मंदिर में घुस गए थे। इसका विरोध करने पर पुलिस ने पुरोहित का शांतिभंग में चालान कर दिया।
वहीं पुलिस ने पुरोहितों द्वारा लगाए गए आरोप को झूठा बताया है। पुलिस ने कहा कि मारपीट के मामले में कार्रवाई की गई है। दरोगा के मंदिर में जूता पहन कर जाने का वीडियो वायरल हो गया है।
मारपीट की सूचना पर मंदिर आये एक दरोगा जूता पहन कर कालीखोह मंदिर में प्रवेश कर गए। मंदिर के अन्य पुरोहितों ने बताया कि पुरोहित स्वरूप मिश्रा ने दरोगा को जूता पहन कर मंदिर में प्रवेश करने से मना किया तो उनकी पिटाई कर दी गई। इसके बाद थाने ले जाकर शांति भंग में चालान कर दिया गया।
विंध्याचल कोतवाल शैलेश राय ने बताया कि मंदिर पर पुरोहित के दर्शनार्थियों के साथ मारपीट करने की सूचना मिली थी। इस पर दरोगा कालीखोह मंदिर पर गए तो वह उनसे उलझ गए। पुरोहित स्वरूप मिश्रा का शांतिभंग में चालान किया गया है। पुरोहित इस मामले में झूठा आरोप लगा रहे हैं। सीओ सिटी प्रभात राय ने कहा कि मंदिर पर मारपीट की सूचना पर पुलिस मंदिर पर पहुंची थी। उसी के आधार पर कार्रवाई की गई है।
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