सवाईमाधोपुर- राजस्थान के सवाई माधोपुर नगर परिषद क्षेत्र में भगवान परशुराम की प्रतिमा के लिए प्रस्तावित जमीन पर दलितों द्वारा जबरन महात्मा बौद्ध की मूर्ति स्थापित कर दी गई है, जिसके चलते ब्राह्मण समाज के लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं। खबर है कि जिस जगह पर दलितों द्वारा जबरन महात्मा बौद्ध की मूर्ति लगाई गई है, उस जगह पर भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने का फैसला लिया गया था।
ब्राह्मण समाज के पंडित जिनेन्द्र शर्मा का कहना है कि 5 मार्च 2022 को नगर परिषद बोर्ड की बैठक में पुलिस अन्वेषण भवन के सामने स्थित पार्क में भगवान परशुराम जी की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया था, जिसके लिए बाकायदा नगर परिषद की बैठक में प्रस्ताव भी लिया गया था।
ब्राह्मण समाज की जिला प्रशासन को चेतावनी
इस पूरे घटनाक्रम के बाद आक्रोशित ब्राह्मण समाज के लोगों ने रविवार शाम को जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर भगवान परशुराम जी की प्रतिमा के लिए प्रस्तावित जमीन पर अनाधिकृत मूर्ति का अनावरण किया गया तो जबरदस्त उपद्रव हो सकता है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वयं शासन प्रशासन की होगी। इतना ही नहीं ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए अनावरण कार्यक्रम रोकने और मूर्ति को तत्काल प्रभाव से उक्त जगह से हटाने की मांग की हैं। ज्ञापन कार्यक्रम के दौरान पार्षद प्रतिनिधि रितेश भारद्वाज, हेमेन्द शर्मा, आकाश भारद्वाज, पार्षद जिनेन्द्र शर्मा, सहित समाज के दर्जनों लोग मौजूद रहें।
इसी बीच पुलिस अन्वेषण भवन के सामने स्थित पार्क में सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं इस गहमागहमी के माहौल के बीच प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, जिसके बाद दोनों पक्ष बातचीत करने को राजी हो गए।
एसडीएम कपिल शर्मा सहित सीओ सिटी राजेन्द्र सिंह व कोतवाली थानाध्यक्ष चंद्रभान सिंह ने दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन सुलह नही हो पाई। जिसके बाद प्रशासन ने अनावरण नहीं करने और दोनों पक्षों को अपने-अपने दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.