पूर्णिया- बिहार के पूर्णिया जिले में बनमनखी प्रखंड के चांदपुर भंगहा पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला सामने आया है, जिसकी शिकायत करना पंचायत समिति के युवक को भारी पड़ गया और नाराज मुखिया भीखन राम ने उसके खिलाफ ही एससी एसटी एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
घोटाले की शिकायत करना पड़ा भारी
बिहार में एक ओर जहां सरकार द्वारा पंचायतों को स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे है, तो वहीं पंचायतों में लाइट लगाने के नाम पर जमकर घोटाला सामने आ रहा हैं।
पूर्णिया जिले के बनमनखी प्रखंड में चांदपुर भंगहा पंचायत के ग्रामीणों का आरोप है कि मुखिया भीखन राम ने पंचायत में 120 स्ट्रीट लाइट लगवाई थी, जिसकी ऑनलाइन कीमत 750 रुपया है लेकिन पंचायत के मुखिया भीगन राम द्वारा एक लाइट लगाने के एवज में 12500 रुपये की दर से कंपनी को लगभग 15 लाख रूपये का भुगतान किया गया है।
वहीं पंचायत सदस्य किशोर कुमार का कहना है कि पंचायत में हुए स्ट्रीट लाइट घोटाले को लेकर जब उसने जिले के डीएम, कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराई तो नाराज मुखिया भीगन राम ने उसके खिलाफ ही एससी एसटी एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
इतना ही नहीं मामला अब पटना हाईकोर्ट तक पहुंच गया, जिसके बाद हाईकोर्ट ने डीएम को तलब कर 4 सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा हैं।
गुस्साए ग्रामीणों ने बुलाई बैठक
वहीं इस पूरी घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गांव में एक पंचायत का आयोजन किया, जिसमें पूर्व मुखिया, वर्तमान सरपंच, समिति सदस्य और अन्य वार्ड सदस्य समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए।
पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान मुखिया भीखन राम द्वारा लाइट लगाने के नाम पर जमकर हेराफेरी की गई है, घटिया क्वालिटी की लाइट लगाने के कारण एक महीने में ही आधे से ज्यादा लाइट खराब हो गई हैं। इसके बावजूद मुखिया ने आवेदक के खिलाफ ही एससी एसटी एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया, जबकि इस तरह की कोई भी घटना घटित नहीं हुई हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.