सिरसा- दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के बाद अब हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित डाॅ. भीमराव अंबेडकर काॅलेज की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए है, इतना ही नहीं ब्राह्मण विरोधी नारों के साथ-साथ दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी देखने को मिले हैं।
घटना बीते दिनों 7 और 8 दिसंबर की बताई जा रहीं है, जहां घटना की जानकारी लगते ही खलबली मच गई और स्थानीय पुलिस ने आनन फानन में मौके पर पहुँच कर दीवारों पर लिखे ब्राह्मण विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारों को हटवा दिया।
वहीं इस पूरी घटना के बाद पुलिस ने SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू व अज्ञात के खिलाफ देशद्रोह और साजिश रचने के मामले में केस दर्ज कर लिया हैं।
ब्राह्मणों को लगातार किया जा रहा टारगेट
यह पहली घटना नहीं जब ब्राह्मणों के खिलाफ विवादित नारे लिखकर उन्हें देश छोड़ने की धमकी दी गई है, बीते दिनों दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कैंपस में भी दीवारों पर ब्राह्मणों को भारत छोड़ने और खून बहाने की धमकी दी गई थी।
जानिए कौन है एसएफजे?
सिक्ख फाॅर जस्टिस एक अलगाववादी संगठन है, जिसे भारत में प्रतिबंधित किया गया है। वहीं इसके इतिहास की बात की जाए तो इसकी स्थापना गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा 2007 में की गई थी, जिसका मुख्यालय न्यूयॉर्क संयुक्त राज्य अमेरिका में हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.