एटा- एससी एसटी एक्ट के दुरूपयोग ताजा मामला उत्तरप्रदेश के एटा जिले से सामने आया है, जहां एक विधवा महिला का आरोप है कि उसके ही गाँव की निवासी आशा कार्यकर्ता रेनू व उसके पति ज्ञानेंद्र ने जालसाजी करके एक लाख रूपये ऐंठ लिए और रूपये वापस मांगने पर उसे और उसके बच्चों को झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी गई हैं। जिसके बाद पीड़ित विधवा महिला ने आशा कार्यकर्ता रेनू और उसके पति ज्ञानेंद्र के खिलाफ ठगी करने और धमकी देने के आरोप में शिकायत दर्ज करा दी हैं।
पीड़ित महिला ने दर्ज कराया मुकदमा
आपको बता दे कि पूरा मामला फरवरी 2022 का बताया जा रहा है, जहां रिजोर थाना क्षेत्र के भरतौली गाँव निवासी शकुंतला देवी ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उसके ही गाँव की निवासी आशा कार्यकर्ता रेनू और उसके पति ज्ञानेंद्र ने 15 फरवरी 2022 को आशा कार्यकर्ता के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर 1 लाख रुपये लिए थे और आश्वासन दिया था कि नौकरी लगवा देंगे।
लेकिन आठ से नौ महीने बीत जाने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो उसे शक हुआ और पीड़िता अपने पुत्र सुधीर कुमार को लेकर रेनू के घर पहुंच गई, जहां रूपये वापस मांगने पर रेनू के पति ज्ञानेंद्र ने कहा कि एक महीने में वह उसके रूपये वापस कर देगा। पीड़िता ने आगे बताया कि एक माह बीत जाने के बाद एक बार फिर जब वह उसके घर पहुंची तो दोनों पति पत्नी ने रूपये देने से मना कर दिया और विरोध करने पर बच्चों सहित झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देने लगे।
इतना ही नहीं पीड़िता का आरोप है कि ज्ञानेंद्र ने अपने घर पर बैठे राजवीर व कुलदीप की सहायता से बाल पकड़ कर उसे घर से बाहर निकलवा दिया, वहीं इस पूरे मामले में कार्रवाई की बात करें तो एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रहीं हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.