बैतूल- स्वर्ण जयंती एक्स्प्रेस ट्रेन में आर्मी के एक रिटायर्ड जवान के साथ मारपीट कर घायल करने का मामला सामने आया हैं। आपको बता दे कि दिल्ली से आ रही स्वर्ण जयंती एक्स्प्रेस ट्रेन में नमाजियों द्वारा रास्ता रोक कर नमाज़ पढ़ी जा रहीं थी, जिसके विरोध में जवान द्वारा प्रार्थना करने पर पेंट्रीकार के कर्मचारियों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई हैं।
जानिए क्या हैं मामला?
पूर्व सैनिक विलाश नाइक निवासी विशाखापट्टनम का कहना है कि वह स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन से हजरत निजामुद्दीन से विशाखापटनम जा रहे थे, उसी दौरान ट्रेन में कुछ मुस्लिम युवक रास्ता रोक कर नमाज पढ़ रहे थे। जिसके बाद वहां से निकलने में हो रहीं परेशानी को देखते हुए उन्होंने आपत्ति जताई, लेकिन उन्हें रास्ता नहीं दिया गया।
इतना ही नहीं इसके विरोध में जब मैनें भी रास्ते में बैठकर प्रार्थना और मंत्रोच्चारण करना शुरू किया तो पेंट्रीकार के कर्मचारी तुरंत ही मुझे वहां से हटाने आ गए, जिसका विरोध करने पर उनके बीच विवाद हो गया और पेंट्रीकार के मैनेजर और कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट कर दी।
पूर्व सैनिक विलाश नाइक का कहना है कि जब चलतीं हुई ट्रेन में रास्ता रोक कर नमाज़ पढ़ी जा रहीं थी तो कर्मचारियों द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताई गई। लेकिन जैसे ही उनके द्वारा विरोध में प्रार्थना शुरू की गई तो पेंट्रीकार के मैनेजर और कर्मचारियों द्वारा मारपीट कर दी गई, क्या ट्रेन में नमाज़ पढ़ना सही और प्रार्थना करना गलत हैं।
पुलिस ने किया मामला दर्ज
इस पूरे मामले में जीआरपी चौकी प्रभारी एनएस ठाकुर ने कहना है कि मारपीट करने वाले पेंट्रीकार के मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ धारा 294, 322, 34 के तहत मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। वहीं घायल जवान को नाक और मुंह में चोट आने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उपचार के बाद जवान भी अपने घर चला गया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.