भरतपुर– राजस्थान में एक बार फिर आरक्षण देने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर आ गए हैं, जिसमें कुशवाहा, माली, सैनी, और मोर्य समाज के लोग भारी संख्या में अपने हाथों में लाठी डंडे लेकर पहुंचे और जयपुर- आगरा हाईवे को जाम कर दिया।
अलग से 12 फीसदी आरक्षण की मांग
देश में आरक्षण की लड़ाई कई वर्षो से लगातार चलती आई है और अभी भी जारी हैं. ऐसा ही कुछ राजस्थान में देखने को मिल रहा है, जहां पिछले दो दिनों से कुशवाहा, माली, सैनी और मोर्य समाज के लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं।
उनका कहना है कि राजस्थान में कुशवाहा, माली, सैनी और मोर्य समाज की वर्तमान आबादी 12 से 15 फीसदी है, इसलिए उन्हें अलग से 12 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए।
वही जयपुर- आगरा हाईवे पर भारी संख्या मे जुटे लोगों ने लाठी व डंडे लहराते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश सरकार पर समाज के अति पिछड़ा वर्ग को उनके अधिकारों से वंचित रखने का आरोप भी लगाया हैं।
रविवार से शुरू हुआ यह आदोंलन बीते दिन सोमवार को भी जारी रहा है, जिसके चलते इलाके में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया।
वर्तमान में 64 फीसदी आरक्षण लागू
अगर संविधान के अनुसार देखा जाए तो ऐसा कहा जाता है कि आरक्षण को किसी भी हालात में 50 फीसदी से अधिक नही बढ़ाया जा सकता है, लेकिन वर्तमान समय में देखा जाए तो राजस्थान में 64 फीसदी आरक्षण लागू हैं।
जिसमें ओबीसी को 21 फीसदी, एससी को 16 फीसदी, एसटी को 12 फीसदी, ईडब्ल्यूएस (कमजोर सामान्य वर्ग ) को 10 फीसदी और एमबीसी को 5 फीसदी आरक्षण दिया गया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.