उन्नाव– उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले में धर्म की आड़ लेकर लोगों के साथ ठगी और उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद सच सामने आने पर उन्नाव पुलिस ने एक दलित व्यक्ति और उसके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
जानिए क्या है मामला?
दरअसल उन्नाव जिले के महमूदपुर गाँव निवासी दलित युवक रवि गौतम ने आनलाईन शाॅपिंग साइट मीशू से देवी देवताओं की मूर्तियों का एक सेट आर्डर कर मंगवाया था।
जहां मूर्तियों के आने के बाद उसने अपने पिता अशोक और भाई विजय रैदास की मदद से उन मूर्तियों को अपने खेत में खुदाई करके दबा दिया और दूसरे दिन खुद खेत में खुदाई कर मूर्तियों को बाहर निकाल कर यह अफवाह फैला दी कि उसके खेत से 500 साल पुरानी पीले धातु की मूर्तियां प्राप्त हुई हैं।
जिसके बाद गाँव भर के सैकड़ों लोग वहां दर्शन के लिए इकट्ठा हो गए और पूजा अर्चना कर चढ़ावा चढ़ाने लगे, इतना ही नहीं मामले की जानकारी लगते ही एसडीएम और आसीवन थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए और पुरातत्व विभाग को सूचना देते हुए मूर्तियों को अशोक के घर पर रखवा दिया।
लेकिन अधिकारियों के जाने के बाद दूसरे दिन अशोक और उसके दोनों पुत्रों ने मूर्तियों को खेत में खोदे गए गड्ढे के पास लाल रंग कपड़े पर रखकर बैठ गए और पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरण करने लगे, जिसके बाद वहां पुनः भक्तों की भीड़ लग गई।
जानिए कैसे हुआ खुलासा
जब यह मामला सोशलमीडिया पर वायरल हुआ तो मूर्तियों की डिलीवरी करने वाला व्यक्ति आसीवन थाने पहुंचा गया और पुलिस को बताया कि अशोक गौतम के पुत्र रवि गौतम ने ही इन मूर्तियों को आनलाईन शाॅपिंग साइट मीशू से 169 रुपए में मंगवाया गया था, जिसको उसने ही 29 अगस्त को रवि के घर पहुंचाया था।
वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि इन बीते दो दिनों में मूर्तियों पर फल फूल के अलावा करीब 35 हजार रुपये का चढ़ावा हुआ है, इतना ही नहीं गिरफ्तार किये गए अशोक और उसके दोनों पुत्रों ने स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने पूरा षड्यंत्र पैसों के लिए ही रचा था।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.