शामली- उत्तरप्रदेश के शामली जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 24 फरवरी को रविदास जयंती के मौके पर अनूसूचित जाति के लोगों द्वारा प्रशासन की अनुमति लिए बिना गैर परंपरागत तरीके से शोभायात्रा निकाली जा रहीं थी। जिसकी जानकारी लगते ही पुलिस ने शोभायात्रा के कार्यक्रम को रूकवा दिया था, लेकिन शोभायात्रा न होने से नाराज लोगों ने धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी देकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल पूरा मामला बाबरी थाना क्षेत्र के रायपुर गाँव का बताया जा रहा है, जहां बीते दिनों 24 फरवरी को रविदास जयंती के मौके पर अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा था तो वहीं इस पूरे कार्यक्रम की जानकारी प्रशासन को न होने के कारण पुलिस ने शोभायात्रा को रोक दिया था। जिसके बाद बुधवार को सुबह नौ बजे अनुसूचित जाति के दर्जनों लोग ग्राम पंचायत सचिवालय के बाहर इकठ्ठा हुए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
वहीं धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि वे पिछले कई सालों से शोभायात्रा निकाल रहें है, लेकिन इस बार पुलिस ने शोभायात्रा रोक दी। इतना ही नहीं धरने में शामिल लोगों ने 29 फरवरी को शोभायात्रा निकालने की घोषणा करते हुए पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी शोभायात्रा रोकी गई तो वह धर्म परिवर्तन कर लेगे और इस्लाम अपना लेगें। बता दे कि इस पूरे मामले का एक वीडियो भी सोशलमीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दर्जनों अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन की बात कहीं जा रहीं है।
हालांकि इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही सीओ थानाभवन श्रेष्ठा ठाकुर व बाबरी थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा भी मौके पर पहुंच गए और लोगों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन करीब 3 घंटे के बाद सीओ श्रेष्ठा ठाकुर और समाज के लोगों के बीच इस बात पर सहमति बनी कि प्रशासन की अनुमति लेने के बाद ही शोभायात्रा निकाली जाएगी।
वहीं धरना प्रदर्शन समाप्त होने के बाद लोगों ने शोभायात्रा निकालने के लिए प्रशासन की अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। समाज के ही राजेन्द्र कुमार ने बताया कि गाँव में तीन मार्च को शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसके लिए प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिया गया है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.