गोरखपुर- उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जिले में पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल घूसड़ से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां गरीबी और आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक ब्राह्मण पति-पत्नी ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
हमें लगीं जानकारी के अनुसार महराजगंज जिले के सिंदुरिया निवासी 30 वर्षीय मृतक विवेकानंद दुबे अपनी पत्नी माधुरी और एक छोटी बहन के साथ जंगल घूसड़ के भट्टा कालोनी में टीनशेड से बने एक कमरे में किराये से रह रहे थे।
मृतक विवेकानंद दुबे एक पुजारी थे और उनकी आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा खराब थी कि वह घर का किराया भी नहीं दे पा रहे थे, पूजा पाठ करने के बाद भी दिन भर में 100 रूपये या उससे कम की ही आमदनी हो रहीं थी।
जिसके बाद मृतक ने आटो चलाने का निर्णय किया और किस्तों पर एक आटो खरीद लिया, लकिन आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा खराब थी कि लोन पर ली हुई आटो की किस्त का बंदोबस्त भी नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद आर्थिक तंगी से परेशान होकर दोनों ने जहर खाकर अपनी जान दे दी।
घर से मिला सुसाइड नोट
वहीं पुलिस को मृतक के कमरे से दो मोबाइल फोन और सल्फास की खाली पैकेट के साथ-साथ एक डायरी भी बरामद हुई थी, जिसमें पारिवारिक कहासुनी और आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या करने की बात लिखी गई थी। दोनों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था, जहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीला पदार्थ खाने से मौत की पुष्टि हुई हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.