आगरा- उत्तरप्रदेश के आगरा जिले में छेड़छाड़ और बलात्कार करने की कोशिश से आहत होकर एक ब्राह्मण महिला ने कमरे के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, इतना ही नहीं आरोप है कि पीड़िता द्वारा कई बार थाने में शिकायत भी की गई लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और उल्टा पीड़िता को ही डरा धमका कर थाने से भगा दिया गया।
जिसके बाद गुस्साए परिजन घर के बाहर शव को रखकर धरने पर बैठ गए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे, वहीं इस मामले में पुलिस द्वारा की गई लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए फिलहाल खंदौली थाना के दरोगा अर्जुन सिंह को लाइन अटैच कर दिया गया हैं और एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रहीं है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
खंदौली थाना क्षेत्र के नगला गाँव निवासी स्वराज बाबू उपाध्याय ने बताया कि वह अपनी बहु शारदा और पांच साल का पोता साथ में रहते थे, उनका बड़ा बेटा अनिल गुजरात में नौकरी करता हैं और छोटा बेटा देवेश यही गाँव के बाहर काम करता हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात वह अपने छोटे बेटे के घर से लौट रहे थे और अंधेरा ज्यादा हो जाने के कारण उन्होंने अपनी बहु को फोन करके मंदिर के पास आने को कहा था।
पीड़िता के ससुर स्वराज बाबू ने आगे बताया कि उनकी बहु शारदा मंदिर के पास उनका इंतजार कर रहीं थी, इसी दौरान वहां गाव का ही दलित युवक संदीप जाटव आ गया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। इतना ही नहीं जब उसने विरोध किया तो वह उसका हाथ पकड़ कर जबरदस्ती करने लगा, जिसके बाद उसके शोर मचाने पर गाँव के लोग इकट्ठा हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों को आता देख आरोपी संदीप वहां से भाग गया।
पुलिस द्वारा नहीं की गई सुनवाई
वहीं पीड़िता के ससुर स्वराज बाबू ने बताया कि गुरूवार को सुबह जब बहु शारदा शिकायत दर्ज कराने खंदौली थाने गई तो पुलिस द्वारा उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई और उसे थाने से भगा दिया, इतना ही नहीं शाम को दोबारा जब वह ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचे तो दरोगा अर्जुन सिंह ने झूठी शिकायत दर्ज कराने के मामले में उल्टा उन पर ही चालान करने की धमकी देने लगे।
उन्होंने कहा कि बहु शारदा दो दिनों से थाने के चक्कर काट रहीं थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई और डरा धमका कर भगा दिया गया। जिसके बाद गुरूवार रात को उसने अपने कमरे में लगे कुंडी पर लटक कर फांसी लगा ली।
वहीं इस पूरे मामले के सामने आने के बाद लोगों का सोशलमीडिया पर जमकर गुस्सा देखने को मिल रहा है और पुलिस पर पीड़िता के ब्राह्मण और आरोपी के दलित समुदाय से होने के कारण पक्षपात करने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.