उत्तरप्रदेश के बदायूं जिले में फैजगंज बेहटा थाने में पदस्थ थानाध्यक्ष वेदपाल सिंह का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए साफ-साफ सुना जा सकता है। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है, जिसके बाद समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर थानाध्यक्ष वेदपाल सिंह पर कार्रवाई करने और निलंबित करने की मांग की है।
वायरल ऑडियो क्लिप के अनुसार बीते दिन शनिवार को कुंवरगांव इलाके के एक व्यक्ति ने पाठकपुर धानियावली में चल रहें विवाद को लेकर फैजगंज बेहटा एसओ वेदपाल सिंह को काॅल किया था , जिसमें वह अनुसूचित जाति के लोगों की ओर से एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश कर रहा था। इस दौरान एसओ वेदपाल सिंह को कहते हुए सुना गया कि वह पंडितों के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज लिखवा चुके है। अभी परसों ही पंडितों का एक मामला सामने आया था, उसमें भी तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले धनियावली गाँव में दो जातियों के लोगों के बीच भंडारे को लेकर विवाद हुआ था, हमने उसमें भी तहरीर देने को कहा लेकिन उन्होंने आपस में ही फैसला कर लिया था। लगता है हमारा समाज कभी सुधरने वाला नहीं है, अगर वह तहरीर दे तो हम उनकी तरफ से भी एफआईआर दर्ज करवा देंगे।
ब्राह्मण संगठनों में आक्रोश
ऑडियो वायरल होने के बाद आक्रोशित ब्राह्मण संगठनों ने एसओ वेदपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, ब्राम्हण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवेश दत्त भारद्वाज ने एडीजी और एसएसपी से फोन पर बात कर पंडितों के खिलाफ विवादित बोल बोलने वाले एसओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वही अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी लाल पाठक ने कहा कि थानाध्यक्ष के द्वारा जातिवाद के आधार पर मुकदमें दर्ज कराना उचित नही है। वह उच्च अधिकारियों से बात कर एसओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेगें।
वही एसओ वेदपाल सिंह का कहना है कि शनिवार को उनके नंबर पर एक व्यक्ति का काॅल आया था, जिसमें वह एक पक्ष की सिफारिश कर एफआईआर दर्ज कराने को कह रहा था। यह उसी दौरान की बातचीत है, जो वायरल हो रही है। एसओ वेदपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी जाति के बारे टिप्पणी नहीं की है, केवल एफआईआर दर्ज होने के बारे में बताया था। वहीं एसएसपी डाॅ. ब्रजेश कुमार का कहना है कि उन्होंने एसओ से बात कि है उन्होंने किसी भी जातिगत टिप्पणी से इंकार किया है, हालांकि हमने इस पूरे मामले की जांच सीओ बिसौली को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट में जो सच सामने आएगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.