प्रयागराज: उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले में अज्ञात आरोपियों द्वारा एक पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई हैं। मृतक पुजारी का शव मंदिर के पास एक खेत से बरामद किया गया है, जिसके हाथ पैर एक रस्सी से बंधे हुए थे और मुंह में जबरन कपड़ा ठूसा गया था। हालांकि पुलिस को शरीर पर चोट के कोई निशान नहींं मिले है, जिसके बाद दम घुटने से हत्या की आशंका जताई जा रहीं हैं। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की छानबीन में जुट गई हैं।
मंदिर का ताला तोड़कर फेंक दी मूर्तियां
आपको बता दे कि सनातन धर्म, मंदिरों, देवी-देवताओं और ब्राह्मण पुजारियों के खिलाफ लगातार फैलाई जा रहीं नफरत का ही नतीजा है कि पुजारियों पर हमले कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। ताजा मामला प्रयागराज जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां आनापुर गाँव के आईकेएम पीजी काॅलेज परिसर में स्थित भगवान श्री रामजानकी मंदिर के दिव्यांग पुजारी महेंद्र मणि त्रिपाठी की निर्ममता से हत्या कर दी गई हैं।
पुजारी महेंद्र मणि त्रिपाठी उम्र (45) वर्ष करीब दो दशक से मंदिर की देखभाल और पूजा पाठ का कार्य कर रहे थे, मृतक पुजारी बिहार के सीवान जिले के रहने वाले बताएं जा रहें हैं। इतना ही नहीं घटना के बाद मंदिर का ताला भी टूटा हुआ था और मंदिर में विराजमान मूर्तियां भी गायब थी। हालांकि कुछ देर पश्चात मंदिर के पास में ही एक खेत से मूर्तियों को बरामद कर लिया गया। सोमवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर की ओर गए तो उन्होंने पुजारी का शव देखा, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
कुछ देर बाद पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए, फोरेंसिक टीम के साथ-साथ डाॅग स्कवाॅयड की टीम ने भी छानबीन कर घटना के संबंध में कई साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। एसपी शैलेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस गहनता से जांच कर रहीं है, जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
देवरिया में पूरे ब्राह्मण परिवार को उतारा मौत के घाट
उत्तरप्रदेश में ब्राह्मणों की हत्याओं का सिलसिला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है, कुछ दिन पहले सुल्तानपुर में एक डाॅक्टर घनश्याम तिवारी को दबंगों ने बेरहमी से तड़पा तड़पा कर मौत के घाट उतार दिया था। वहीं अब देवरिया में भी जमीन विवाद में दबंगों ने पूरे ब्राह्मण परिवार को मौत के घाट उतार दिया हैं। जिसके बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.