जालौन- हिन्दूओं की आस्था और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला उत्तरप्रदेश के जालौन जिले से सामने आया है, जहां कालपी कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर गाँव में एक दलित युवक ने बस्ती के बीचों बीच बने मंदिर में विराजमान शिवलिंग को उखाड़ कर गायब कर दिया। जब मंदिर के पुजारी रघुराज यादव मंदिर पहुंचे, तो शिवलिंग को गायब देखकर भौचक्का रह गए। जिसके बाद आनन फानन में घटना की जानकारी ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन को दी गई।
इसी बीच घटना की जानकारी लगतें ही हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए। हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारी नीलाभ शुक्ला और दीपक शर्मा भी कार्यकर्ताओं सहित घटना स्थल पर पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ आक्रोश जाहिर करते हुए आरोपी युवक राजाबाबू अहिरवार को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। जहां सीओ देवेंद्र पचौरी के आश्वासन के बाद मामला शांत हो सका।
आरोपी युवक का गाँव में आतंक
आपको बता दे कि जयरामपुर गाँव में बस्ती के बीच स्थित शिव मंदिर की स्थापना गाँव के ही अगनू यादव द्वारा 1962 में की गई थी, जिसकी वर्तमान में देखभाल और प्रतिदिन पूजा पाठ पुजारी रघुराज यादव करते हैं। पुजारी ने बताया कि गुरूवार की सुबह जब वह मंदिर में साफ सफाई करने पहुंचे तो शिवलिंग गायब था। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि घटना में शामिल राजाबाबू पुत्र सीताराम अहिरवार का आतंक है, कोई कुछ कहें या विरोध करे तो दलित उत्पीड़न का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देता हैं।
आरोपी युवक राजाबाबू की दबंगई और डर के कारण पूरा गाँव परेशान है, इसी वजह से मंदिर के बाहर स्थित चबूतरे पर रोज जुआरियों और शराबियों का जमावड़ा रहता लगा हैं। घटना के एक दिन पहले भी बुधवार की रात वह मंदिर के चबूतरे पर ही देख गया था। इतना ही नहीं दीवाली के पहले भी क्षेत्र के एक देवी मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।
वहीं इस पूरे मामले में सीओ देवेंद्र पचौरी का कहना है कि हिन्दू संगठन के दीपक शर्मा की शिकायत पर आरोपी राजाबाबू अहिरवार के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई थी। जिसके बाद शुक्रवार शुबह सीओ देवेंद्र पचौरी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जोल्हूपुर रेलवे क्रासिंग के पास कदौरा रोड से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.