सागर- मध्यप्रदेश के सागर जिले में नरयावली थाना क्षेत्र के बेरखेड़ी चंपत गाँव में एक दलित युवक व उसके परिवार की दबंगई और गुंडागर्दी से परेशान ग्रामीण गाँव छोड़ने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का आरोप लगाया कि गाँव के ही निवासी एक दलित परिवार ने गाँव में आतंक मचा रखा हैं। लोगों का कहना है कि दलित युवक अशोक अहिरवार आए दिन गाँव में चोरी चकारी करता हैं और विरोध करने झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसा कर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी देता हैं।
पुलिस ने आरोपी युवक के पिता को भेजा जेल
जिले के बेरखेड़ी चंपत गाँव के लोगों का आरोप है कि आरोपी युवक अशोक अहिरवार और उसका पूरा परिवार आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं। हाल ही में आरोपी अशोक ने गाँव में एक चोरी की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद गाँव के सभी लोगों ने एक बैठक का आयोजन कर गाँव के सरपंच को पूरी घटना से अवगत कराया और पुलिस में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। बता दे कि गाँव के सरपंच द्वारा ग्रामीणों का सहयोग करने व आरोपित पिता, पुत्र और महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने पर आरोपी की माँ ने गाँव के सरपंच के खिलाफ ही एसपी को झूठा शिकायती पत्र दे दिया।
इतना ही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी युवक गाँव में अपने घर की छत पर माइक या साउंड लगाकर पूरे गाँव को अपशब्द कहता हैं और सभी को गंदी-गंदी गालियां देता हैं। पूरे गाँव में धारदार हथियार व कट्टा आदि लेकर घूमता है और लोगों को डराता धमकाता हैं। विरोध करने घर की महिलाओं से झूठी शिकायतें करवाता हैं। आरोपी युवक के गुंडागर्दी के चलते खुद गाँव का कोटवार भी पीड़ित परिवार के पास संदेशा लेके नहीं पहुंच पाता।
वहीं युवक और उसके परिवार के दबंगई और गुंडागर्दी से परेशान गाँव के सभी लोगों ने नरयावली थाने पहुंच कर आरोपी व उसके परिवार पर कार्रवाई की मांग की है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक के पिता अर्जुन अहिरवार को पकड़ के जेल भेज दिया हैं। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर आरोपी व उसकी माँ पर भी कार्रवाई नहीं हुई तो वह गाँव छोड़ कर कहीं और जाने को मजबूर होगें, क्योंकि आरोपी युवक किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकता हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.