जौनपुर- उत्तरप्रदेश में जौनपुर जिले के मुंगरबादशाहपुर थाना क्षेत्र के तरहटी गाँव में स्थित शिव मंदिर के पुजारी विजय उपाध्याय को देवरिया जैसा हत्याकांड दोहराने की धमकी दी गई है, पुजारी का आरोप है कि पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव व उसके परिजनों ने मंदिर की 7 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा हैं और जब पुजारी द्वारा इसका विरोध किया गया या शिकायत दर्ज कराई गई तो उसके भतीजे निशांत यादव के द्वारा देवरिया हत्याकांड दोहराने की धमकी दी गई हैं।
जिसके बाद इस पूरे मामले में मंदिर के पुजारी विजय उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है, साथ ही जिले के डीएम और एसपी पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया हैं। देवरिया जैसे हत्याकांड की धमकी के बाद पुजारी ने परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की हैं।
38 साल से न्याय के लिए भटक रहा पुजारी
आपको बता दे कि मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले प्रदेश के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव पर उनके पैतृक गाँव तरहटी स्थित शिव मंदिर के पुजारी विजय उपाध्याय ने मंदिर की सात बीघा जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है, पुजारी ने बताया कि जगमोहन यादव ने अपने भाई बृजलाल यादव के बेटे निशांत यादव के नाम रजिस्ट्री कराई थी। जो जांच में फर्जी पाई गई थी, लेकिन बावजूद इसके मंदिर की जमीन पर जगमोहन यादव के परिवार का कब्जा बरकरार हैं।
पीड़ित पुजारी न्याय की आस लिए लगभग 38 सालों से अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहा है। पुजारी विजय उपाध्याय की माने तो इस पूरे मामले में 400 से अधिक तरीखें पड़ चुकी है, लेकिन पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के रसूख के सामने अब तक सब कुछ बेअसर रहा हैं।
इतना ही नहीं पीड़ित पुजारी विजय उपाध्याय का आरोप है कि बीते दिनों 2 अक्टूबर को वह मंदिर की जमीन पर सफाई करने गए थे। इसी दौरान जगमोहन यादव का भतीजा निशांत यादव अपने चार-पांच साथियों के साथ पहुंचा और खेत से भाग जाने की धमकी दी, विरोध करने पर देवरिया हत्याकांड को दोहराने की धमकी देने लगा।
पुलिस की चुप रहने की नसीहत
पुजारी विजय उपाध्याय का कहना है कि शिकायत के बाद जब अधिकारी जांच करने के लिए आते है तो कोई कार्रवाई करने के वजह चुप रहने की सलाह देते हैं। अभी चार दिन पहले ही राजस्व विभाग की टीम जांच करने पहुंची थी, जहां जांच में सब कुछ सबूत मिलने के बाद भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। बल्कि उल्टा उन्हें ही चुप रहने की नसीहत दी गई।
पीड़ित पुजारी का कहना है कि इस पूरे मामले में कोई सुनवाई नहीं हो रहीं है, बल्कि उन्हें देवरिया हत्याकांड जैसी घटना दोहराएं जाने की धमकी दी जा रहीं हैं। जिससे पूरा परिवार डर के माहौल में जीवन यापन कर रहा है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.