बागोड़ा क्षेत्र के दामन गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें हेडमास्टर बसराम मीणा ने 10 साल के छात्र जसवंत को होमवर्क नहीं करने पर इतना पीटा कि उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। छठी कक्षा के छात्र की आंख पर गंभीर चोट आई है और डॉक्टरों के अनुसार, संक्रमण के कारण अब उसे उस आंख से कभी दिखाई नहीं देगा। यह घटना 30 अगस्त को हुई, जिसके बाद बच्चे का परिवार उसे अस्पताल ले गया, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते सही इलाज नहीं करवा पाया।
होमवर्क नहीं करने पर घंटों दी गई सजा, फिर डंडे से पिटाई
जसवंत के पिता चंदनसिंह ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि उनके बेटे को हेडमास्टर ने होमवर्क नहीं करने पर एक घंटे तक मुर्गा बनाया। इसके बाद बसराम मीणा ने उसे डंडे से बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी बाईं आंख में गंभीर चोट लगी। डॉक्टरों के मुताबिक, आंख की पुतली के आसपास खून जमा हो गया और चोट के कारण संक्रमण फैल गया है, जिससे अब जसवंत उस आंख से देख नहीं पा रहा है।
हेडमास्टर ने दी खुदकुशी की धमकी
घटना के बाद जसवंत ने अपने पिता को स्कूल में हुई मारपीट की जानकारी दी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे सही इलाज नहीं करवा सके। इसके बाद हेडमास्टर ने परिवार को धमकी दी कि अगर उन्होंने इस मामले में कोई कार्रवाई की तो वह फांसी लगा लेंगे। इस धमकी ने परिवार को और डरा दिया, लेकिन बाद में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हेडमास्टर का वीडियो
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हेडमास्टर बसराम मीणा से पूछा जा रहा है कि उन्होंने बच्चे को क्यों मारा। वीडियो में हेडमास्टर ने कहा कि उन्होंने जानबूझ कर ऐसा नहीं किया और आखिर में इंसानियत की दुहाई दी। हालांकि, इस वीडियो की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन यह वीडियो इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिस और प्रशासन की जांच शुरू, हेडमास्टर ने आरोपों को बताया निराधार
जसवंत के पिता द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। बागोड़ा थानाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रशासन ने भी एक दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी। सीबीईओ भगवाना राम ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे। दूसरी ओर, हेडमास्टर बसराम मीणा ने सभी आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि वह निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा।