लखनऊ: गाजियाबाद में ALT न्यूज के सह-संस्थापक मौ. जुबैर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जुबैर पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स के जरिए कट्टरपंथी भीड़ को डासना देवी मंदिर पर हमला करने के लिए उकसाया। इस हमले की घटना 4 अक्टूबर 2024 को घटित हुई। मंदिर में उस वक्त सैकड़ों लोग मौजूद थे, लेकिन समय रहते सभी को बचा लिया गया। पुलिस ने मौजूदा स्थिति को गंभीर मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
जुबैर का भड़काऊ ट्वीट
मामला तब शुरू हुआ जब मौ. जुबैर ने 3 अक्टूबर 2024 की रात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर महामण्डलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के एक कार्यक्रम का वीडियो शेयर किया। इस वीडियो के साथ जुबैर ने कट्टरपंथी मुसलमानों को उकसाने वाले शब्द लिखे, जिससे धार्मिक तनाव बढ़ गया। जुबैर के ट्वीट में भाजपा नेताओं का अपमान और पुराने विवादों का भी जिक्र किया गया था।
भाजपा नेताओं की लिस्ट और धमकियां
शिकायतकर्ता डॉ. उदिता त्यागी, जो भाजपा महिला मोर्चा की पश्चिम उत्तर प्रदेश इकाई की क्षेत्रीय मंत्री हैं, ने अपनी शिकायत में बताया कि मौ. जुबैर ने भाजपा नेताओं की एक लिस्ट तैयार की थी। इस लिस्ट में उन्हें इस्लाम विरोधी बताकर कट्टरपंथियों को इन नेताओं के खिलाफ उकसाया गया। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधायक नंद किशोर गुर्जर और खुद डॉ. उदिता त्यागी का नाम शामिल था।
मंदिर पर हमला: 4 अक्टूबर की रात
4 अक्टूबर 2024 की रात, जुबैर के कथित भड़काऊ ट्वीट्स के बाद, डासना देवी मंदिर पर कट्टरपंथी भीड़ ने हमला किया। उस वक्त मंदिर में पूज्य नरसिंहानंद गिरी जी और डॉ. उदिता त्यागी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे। हालांकि, इस भीड़ ने मंदिर पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। FIR में दावा किया गया है कि इस भीड़ को मौ. जुबैर के ट्वीट्स से उकसाया गया था।एफआईआर के अनुसार, मौ. जुबैर 4 तारीख के बाद भी अपनी गतिविधियों से पीछे नहीं हटे।
उन्होंने 5 अक्टूबर 2024 को फिर से सोशल मीडिया पर नरसिंहानंद गिरी जी के पुराने वीडियो की क्लिप्स काटकर पोस्ट कीं। इन पोस्ट्स में भीड़ को और भड़काने की कोशिश की गई। शिकायत में कहा गया है कि जुबैर ने लगातार छोटे-छोटे वीडियो क्लिप्स पोस्ट करके लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काया। शिकायत में यह भी बताया गया कि मौ. जुबैर पहले भी नुपुर शर्मा के विवादित वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुके हैं। उस घटना के बाद 8 मासूम लोगों की जान चली गई थी। डॉ. उदिता त्यागी ने जुबैर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जुबैर की यह हरकतें हिन्दुओं के खिलाफ घृणा फैलाने का काम कर रही हैं और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
FIR में लगे गंभीर आरोप
7 अक्टूबर 2024 को गाजियाबाद के कवि नगर थाने में दर्ज हुई इस एफआईआर में मौ. जुबैर पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196, 228, 299, 356(3) और 351(2) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। ये धाराएं धार्मिक उन्माद फैलाने, हत्या के प्रयास और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसे गंभीर अपराधों से संबंधित हैं। गाजियाबाद पुलिस ने मौ. जुबैर के खिलाफ लगाए गए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।