लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 15 वर्षीय दलित नाबालिग का धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनाने का आरोप लगा है। इस घटना में पीड़ित लड़के को नौकरी का लालच देकर पहले रेस्टोरेंट में काम कराया गया, फिर अस्पताल ले जाकर जबरन उसका खतना कराया गया और उसका नाम बदलकर नूर मोहम्मद रख दिया गया। मामले का खुलासा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया, जिसके बाद पुलिस ने इस घटना की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
नौकरी का लालच देकर नाबालिग को फंसाया गया
यह मामला करीब दो साल पहले शुरू हुआ जब आजमगढ़ जिले का 15 वर्षीय अनुज कुमार (परिवर्तित नाम) अपने गांव में कबाड़ का काम करने वाले मुर्शिद और उसके पिता रियासत अली के संपर्क में आया। दोनों ने लड़के को नौकरी देने का झांसा दिया और उसे बाराबंकी लाकर कुछ दिन अपने पास रखा। इसके बाद उसे अफीफा रेस्टोरेंट में काम पर लगा दिया। लड़के ने बताया कि शुरू में सब सामान्य था, लेकिन कुछ ही समय बाद रेस्टोरेंट मालिक ने उसकी व्यक्तिगत जानकारी पूछनी शुरू की। जब उसने बताया कि वह अनाथ और दलित है, तो यह जानकारी सुनकर रेस्टोरेंट मालिक ने उसे अस्पताल ले जाने का प्लान बनाया।
अस्पताल ले जाकर जबरन कराया खतना
पीड़ित लड़के ने खुलासा किया कि करीब 15 दिन पहले उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां रेस्टोरेंट मालिक ने उसका खतना करवाया। ऑपरेशन के बाद उसे बताया गया कि अब से उसका नाम नूर मोहम्मद है और वह अब मुस्लिम समुदाय का हिस्सा है। लड़के को कुछ दवाइयां देकर उसे यह कहकर वापस रेस्टोरेंट भेज दिया गया कि यह प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है। नाबालिग के अनुसार, उसे इस प्रक्रिया में न तो सहमति दी गई थी और न ही उसे इसके बारे में पहले से जानकारी थी।
बजरंग दल ने किया खुलासा, दर्ज हुई FIR
घटना तब प्रकाश में आई जब बजरंग दल के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत और विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार वैश्य एक निजी काम से अफीफा रेस्टोरेंट के पास पहुंचे। वहां खड़े हुए उन्होंने नाबालिग से बातचीत की। बातचीत के दौरान लड़के ने अपनी पहचान और पूरी घटना का खुलासा किया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए बाराबंकी कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई। एफआईआर में लड़के को बहलाने-फुसलाने वाले मुर्शिद, उसके पिता रियासत अली और रेस्टोरेंट के मालिक को आरोपी बनाया गया। पुलिस ने उत्तर प्रदेश धर्म संपरिवर्तन अधिनियम और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले में मुर्शिद और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि रेस्टोरेंट मालिक अभी फरार है।
पुलिस और प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई
बाराबंकी पुलिस ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरार रेस्टोरेंट मालिक की तलाश में कई टीमें गठित की गई हैं। प्रशासन ने इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए दोषियों को सख्त सजा देने का आश्वासन दिया है। सामाजिक संगठनों ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।