बलरामपुर: झारखंडी में स्थित प्रसिद्ध राधा-कृष्ण मंदिर के पुजारी शत्रोहन द्विवेदी उर्फ बाबू (28 वर्ष) की बुधवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह दिपवा बाग बांध के पास खेत में उनका शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। परिवार के मुताबिक, पुजारी बाबू को रात में किसी फोन कॉल पर बुलाया गया था, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटे। परिजनों का कहना है कि बाबू की किसी से दुश्मनी नहीं थी। इस हत्या से परिवार टूट गया है, क्योंकि बाबू की इस साल शादी होनी थी। पुलिस ने एक नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।
रात के फोन कॉल पर निकले पुजारी, सुबह खेत में मिला शव
बुधवार रात लगभग 1:30 बजे बाबू को किसी का फोन आया था। कॉल आने के बाद वह घर से निकल गए थे। जब परिजनों ने देर रात उन्हें फोन किया तो उनका मोबाइल बंद मिला। खलवा मोहल्ले से दिपवा बाग की दूरी महज 200 मीटर है। गुरुवार सुबह कुछ ग्रामीण खेतों की तरफ गए तो दिपवा बाग के पास बाबू का शव पड़ा देखा। तुरंत परिजनों को सूचना दी गई। जब परिवार के लोग मौके पर पहुँचे तो देखा कि बाबू के सीने में गोली का सुराख था और उसके चारों ओर जलने के निशान थे। घटनास्थल पर भारी मात्रा में खून फैला हुआ था, जिससे साफ था कि गोली बेहद नजदीक से मारी गई थी।
हत्या से पहले मंदिर में आए थे दो संदिग्ध, मोबाइल नंबर लेकर निकले थे
बुधवार शाम को ही राधा-कृष्ण मंदिर में दो युवक आए थे। उन्होंने पुजारी बाबू के बारे में जानकारी ली और उनका मोबाइल नंबर मांगा। जब मंदिर में मौजूद बाबू के भाई सेवक दास उर्फ मुन्ना पंडित ने इनसे उनका परिचय और आने का कारण पूछा तो दोनों बिना कोई स्पष्ट जवाब दिए मोबाइल नंबर लेकर चले गए। पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली, जिसमें दोनों संदिग्ध युवक दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने उनकी पहचान कर ली है और उनकी तलाश जारी है।
जबरदस्ती बाइक पर बैठाया, फिर सीने से सटाकर तमंचे से गोली मारी गई
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने बाबू को मेजर चौराहे के पास से जबरदस्ती बाइक पर बैठाया और दिपवा बाग की ओर ले गए। वहीं पर 315 बोर के तमंचे से उनके सीने से सटाकर गोली चलाई गई। गोली लगते ही मौके पर ही बाबू की मौत हो गई। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने और अन्य वैज्ञानिक साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। पुलिस को घटनास्थल के आसपास से कुछ सुराग भी मिले हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, चार बेटों में अब केवल एक जीवित
पुजारी बाबू के पिता कृष्ण कुमार द्विवेदी के चार पुत्र थे। पहले ही दो बेटों की मौत हो चुकी थी। अब तीसरे बेटे शत्रोहन द्विवेदी की हत्या ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। अब सिर्फ एक बेटा, सेवक दास उर्फ मुन्ना पंडित ही परिवार में बचा है। परिवार के मुताबिक, बाबू की इसी साल शादी होनी थी। यज्ञोपवीत संस्कार पहले ही सम्पन्न हो चुका था और विवाह की तैयारियाँ शुरू हो गई थीं। लेकिन बेटे की मौत से खुशियाँ मातम में बदल गई हैं। परिजन लगातार बेसुध होकर रो रहे हैं और घर का माहौल गमगीन हो गया है।
योगी सरकार पर माता प्रसाद पांडेय का तीखा वार
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बलरामपुर जिले में राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी शत्रुघ्न द्विवेदी की हत्या पर गहरी नाराजगी जाहिर की। माता प्रसाद पांडेय ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों पर सुनियोजित हमलों की श्रृंखला थमने का नाम नहीं ले रही है। बलरामपुर जिले में राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी शत्रुघ्न द्विवेदी जी की निर्मम हत्या कर दी गई और योगी सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है। योगी आदित्यनाथ जवाब दें कि क्या अब यूपी में ब्राह्मण होना पाप हो गया है?” सपा नेता के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
पुलिस ने बनाई तीन टीमें, जल्द गिरफ्तारी का भरोसा
घटना की जानकारी मिलते ही नगर कोतवाल संतोष कुमार, सीओ सिटी ज्योतिश्री, उपनिरीक्षक अजीत कुमार, अर्जुन सिंह और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे। फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर उन्होंने साक्ष्य जुटाए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर जांच तेजी से की जा रही है। एसपी ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया जाएगा।