लखनऊ: उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि के पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। मुस्लिम संगठनों ने उनकी गिरफ्तारी की मांग तेज कर दी है, और विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। गाजियाबाद, बुलंदशहर और कई अन्य शहरों में प्रदर्शन उग्र हो चुके हैं, जिससे प्रशासन को अलर्ट पर रहना पड़ा है। मंदिरों के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई है और स्थिति संभालने के लिए पुलिस और खुफिया एजेंसियों को तैनात किया गया है।
गाजियाबाद में डासना मंदिर के बाहर भारी प्रदर्शन
शुक्रवार रात बुलंदशहर में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हालात तब और बिगड़ गए जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। गाजियाबाद में भी डासना देवी मंदिर के बाहर सैकड़ों मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया। यति नरसिंहानंद गिरि द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के खिलाफ ये प्रदर्शन हो रहे हैं। डासना मंदिर में यति नरसिंहानंद का निवास स्थान होने के कारण वहां माहौल और तनावपूर्ण हो गया है, जिससे पुलिस को सख्त सुरक्षा प्रबंध करने पड़े। शुक्रवार रात पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया, लेकिन मंदिर के बाहर अभी भी पुलिस और पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र पुलिस) की तैनाती जारी है। सुरक्षा के लिए मंदिर के प्रवेश द्वार पर हर व्यक्ति की सघन जांच हो रही है और आधार कार्ड दिखाने के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है।
यति नरसिंहानंद गिरि पर दो राज्यों में FIR
गाजियाबाद के लोहियानगर हिंदी भवन में 29 सितंबर को हुए एक कार्यक्रम में यति नरसिंहानंद ने कहा था, “रावण और कुंभकरण को हम हर साल जलाते हैं, उनकी गलती सिर्फ यह थी कि रावण ने एक छोटा अपराध किया। आज मोहम्मद के पुतले जलाने चाहिए।” इस बयान के बाद बवाल मच गया और उनकी गिरफ्तारी की मांग जोर पकड़ने लगी। इस आपत्तिजनक बयान के चलते गाजियाबाद के सिहानी गेट थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई। इसके अलावा महाराष्ट्र के ठाणे में मुंब्रा पुलिस स्टेशन में भी एक FIR दर्ज हुई है। इन दोनों FIR के अलावा, उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मुस्लिम संगठनों ने अलग-अलग थानों में नरसिंहानंद गिरि के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाई हैं। यह विवाद अब देशभर में फैल चुका है, और मुस्लिम तंजीमें इस मुद्दे पर नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रही हैं।
“गुरुजी का पुतला जलाया, तो मोहम्मद और अली के पुतले जलाएंगे”
उनके प्रमुख शिष्य अनिल यादव उर्फ छोटे नरसिंहानंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “अगर हमारे गुरुजी का पुतला जलाया गया, तो दशहरे पर मोहम्मद और अली के पुतले जलाए जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा कि यह एक बेवजह का विवाद है, जिसे दूसरे समुदाय ने तूल दे दिया है। छोटे नरसिंहानंद के इस बयान से विवाद और भी गहरा गया है, और इससे धार्मिक उन्माद फैलने की संभावना बढ़ गई है। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक स्थिति को काबू में रखने के लिए उचित कदम उठाए हैं, लेकिन भविष्य में इन धमकियों के चलते विवाद और बढ़ सकता है।
गाजियाबाद में AIMIM का विरोध प्रदर्शन टला
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी इस मुद्दे पर यति नरसिंहानंद गिरि के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली थी। शुक्रवार रात AIMIM के वेस्ट यूपी प्रभारी हाजी आरिफ अली ने पुलिस और प्रशासन के साथ एक शांति वार्ता की। इसमें निर्णय लिया गया कि गाजियाबाद में 5 अक्टूबर को होने वाला प्रदर्शन फिलहाल टाल दिया जाएगा। प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि नरसिंहानंद पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुस्लिम संगठनों ने प्रशासन से स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर कार्रवाई में देरी या ढिलाई हुई, तो विरोध फिर से तेज हो सकता है। इस बैठक के बाद गाजियाबाद में शनिवार को होने वाला बड़ा प्रदर्शन टाल दिया गया, लेकिन बाकी शहरों में प्रदर्शन जारी है।
This report consumed time, hard work and money as a raw material to produce truth. Neo Politico needs your support in making more reports like this.
Donate via UPI: NeoPoliticoEditor@okicici
Gpay/Paytm/PhonePe: 8800454121