लखनऊ: जौनपुर के एक गांव में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक 14 साल की किशोरी ने छेड़खानी का विरोध किया तो आरोपी युवक ने उसे घर की छत से फेंक दिया। इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश का माहौल है। फिलहाल पीड़िता गंभीर हालत में निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है।
घर में घुसा दरिंदा, मौका पाकर दिया वारदात को अंजाम
यह घटना 26 दिसंबर 2024 की दोपहर करीब 3 बजे की है। पीड़िता की मां ने बताया कि परिवार के लोग खेतों में काम करने गए थे, और घर में बेटी अकेली थी। 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली यह किशोरी उस समय घर की दूसरी मंजिल की छत पर सूखे कपड़े उतार रही थी। तभी आरोपी जाफरुल, पुत्र मेराज उर्फ ननकू, घर में घुस गया। पीड़िता के अकेले होने का फायदा उठाते हुए आरोपी ने उसे पकड़ लिया और छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी ने जब इसका विरोध किया, तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट की और बर्बरता की हद पार करते हुए उसे छत से नीचे फेंक दिया।
जिंदगी और मौत से जूझती मासूम, आईसीयू में भर्ती
पीड़िता के चीखने की आवाज सुनकर गांव वाले और परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। तुरंत किशोरी को गंभीर हालत में जौनपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत नाजुक है और वह अभी आईसीयू में भर्ती है। पीड़िता की मां ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि आरोपी पहले भी उनकी बेटी के साथ छेड़खानी कर चुका है। उन्होंने कहा, “लड़के की मां हमारे घर आती-जाती थी, इसलिए हम उस पर ध्यान नहीं देते थे। लेकिन इस बार उसने हद पार कर दी। पहले हमने लोक-लाज के डर से शिकायत नहीं की, लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।” गांव वालों ने भी इस बात की पुष्टि की कि आरोपी युवक की हरकतें पहले से ही संदिग्ध थीं। वह कई बार अन्य लड़कियों से भी अश्लील हरकतें कर चुका था। लेकिन सामाजिक दबाव और बदनामी के डर से किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई।
पुलिस की सख्ती: आरोपी गिरफ्तार, गांववालों की बढ़ी उम्मीदें
एसपी ग्रामीण शैलेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए कहा, “मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के मोढ़ेला गांव से मिली तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। आरोपी जाफरुल को शुक्रवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।” इस घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। वे आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही वे ऐसी घटनाओं के दोबारा न होने की गारंटी के लिए पुलिस सुरक्षा की भी मांग कर रहे हैं। यह घटना समाज में महिला सुरक्षा और न्याय प्रणाली के प्रति गंभीर सवाल खड़े करती है।